Fear of Losing you!
I always feared losing you, I always feared being forgotten. Whenever you were crying, I always wanted to know the reason behind that tear. Because if you were not telling me, I made myself guilty. I never wanted to see a single tear in your eyes, I always wanted you to be happy. You were my first love of life and I wanted to make my first love last.
दुनिया का सबसे बदनसीब और बदसूरत पल जानती हो कब होता है, जब तुम्हारे रोने से तुम्हारी आँखों का काज़ल फ़ैल जाता है...और तुम्हारी मोटी मोटी इन आँखों से आँसुओं का सैलाब उमड़ पड़ता है..जिन पलकों की छाँव में मैंने कई गर्मियां गुज़ारी हैं, मैंने जिन आँखों में अपनी एक दुनिया देखी है, जिसके काज़ल का काला रंग मुझे दुनियां में सबसे सुंदर और सबसे गाढ़े रंग सा लगता है, उसका यूँ इस तरह फ़ैल कर फ़ीका पड़ जाना मेरी बेचैनी बढ़ा दिया करता है..
*Fear of Losing you*जब तुम पूरा दिन समझदारी के कई ऐसे नमूने मेरे सामने रख दिया करती हो, जिसमें तुम्हारी समझदारी देख कर मैं घमंड करने लगता हूँ, वहीं रात को एक छोटी सी बात पर तुम्हें यूँ बच्चों की तरह रोता हुआ देख मेरे कंधे कमजोर पड़ जाते हैं..मैं तुम्हें रोता हुआ देखकर ये भूल जाता हूँ कि गलती किसकी है, बस मैं तुम्हें चुप करा देने में लग जाता हूँ.. मुझे लगता है कि मैं दुनिया का सबसे हैवान आदमी हूँ जिसने तुम्हें रुलाया है, उसे जिसने मुझे ज़रूरत से कही ज़्यादा प्रेम किया है.. उस वक़्त रोते हुए कही गई तुम्हारी हर एक बात मेरे सीने को चीरती जाती है, मैं जब नाकाम होने लगता हूँ तुम्हें चुप कराने में, मैं एक माँ की तरह व्यवहार करने लगता हूँ, जो अपने रोते हुए बच्चे को चुप कराने के लिए उसे गले नहीं लगाती, बल्कि उसे और ज़ोर ज़ोर से डांटने लगती है, वो चाहती है कि बच्चा किसी भी तरह शांत होना चाहिए, मैं भी मां के जैसे चिढ़ने लगता हूँ, मुझसे नहीं देखा जाता है तुम्हें इस तरह रोते देखना..तुम्हें तुम्हारी माँ से भी ज्यादा प्रेम करता हूँ ना...बस इसलिए
*Fear of Losing you*
असल में मैं तुम्हें इसीलिए नहीं चुप कराना चाहता हूँ क्योंकि तुम रो रही हो, मैं बस इसीलिए इतना बेचैन हो जाता हूँ कि तुम्हारे गिरते हुए हर एक आंसू का दोषी मैं खुद को मानने लगता हूँ..मैं ईश्वर से डरने लगता हूँ, तुम्हारी सिसकियों से डरने लगता हूँ, मैं तुम्हारे फैले हुए उस काजल से डरने लगता हूँ, जिसमें मुझे मेरे भविष्य का काला अंधेरा दिखाई देता है..
Written by: Ayush Shukla
Instagram: Cricketing Soul
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1 Comments
Well written and described
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